कौन हैं भगवान विश्वकर्मा ? विश्वकर्मा को देवताओं के वास्तुकार के रुप में पूजा जाता है। विश्वकर्मा को सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा का सातवां धर्म पुत्र माना जाता है।
भगवान विश्वकर्मा ने बनाई हैं ये चीजें भगवान विश्वकर्मा ने ही शिव का त्रिशूल, विष्णु का सुदर्शन, रावण की लंका और पुष्पक विमान, जगन्नाथपुरी, यंत्र का निर्माण, विमान विद्या, देवताओं का स्वर्गलोक, हस्तिनापुर, कृष्ण की द्वारिका, इंद्रपुरी आदि कई चीजें तैयार की थीं।
विश्वकर्मा पूजा महत्व भगवान विश्वकर्मा को प्राचीन काल का सबसे पहला इंजीनियर माना जाता है. इस दिन औद्योगिक क्षेत्र से जुड़े उपकर, औजार, की पूजा करने से कार्य में कुशलता आती है
विश्कर्मा पूजा 2023 मुहूर्त विश्वकर्मा पूजा के दिन 17 सितंबर 2023 को सुबह 07.50 मिनट से लेकर दोपहर 12.26 मिनट तक शुभ मुहूर्त है.
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