गुड़गांव का शीतला माता मंदिर किसने बनवाया था? क्या है यहां धागा बांधने की मान्यता? जानिए...

माता का यह मंदिर करीब चार सौ साल पुराना है। यहां के लोगों का मानना है कि करीब ढ़ाई-तीन सौ साल पहले शीतला माता ने गुणगांव के सिंघा जाट नाम के व्यक्ति को सपने में दर्शन दिया था और यहां मंदिर बनाने के लिए कहा था।

विश्वभर में प्रसिद्ध माता शीतला के इस मंदिर (का इतिहास महाभारत काल से जुड़ा है। कहा जाता है कि यहीं आचार्य द्रोणाचार्य ने कौरवों और पांडवों को प्रशिक्षण दिया था।

मान्यता है कि माता यहां साक्षात वास करती हैं। इतना ही नहीं माता के इस मंदिर में दर्शन मात्र से चेचक, खसरा और नेत्र रोग जड़ से खत्म हो जाते हैं।

मंदिर के मुख्य द्वार पर एक बरगद का पेड़ है। श्रद्धालु अपनी मनोकामनाओं को पूरा करवाने के लिए पेड़ से चुन्नी या मौली बांधकर शीतल जल चढ़ाकर मन्नत मांगते हैं। स्त्रियां संतान प्राप्ति के लिए भी माता की पूजा करती है।

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